श्री ओमप्रकाश सपरा
सरकारी सेवासँ सेवानिवृत्तिक
बाद हम वकालतमे दिल्लीक बार कौंसिलमे निबंधन हेतु ओकर हौजखास स्थित कार्यालय गेल
रही । निवंधनक फार्म आ फीस जमा कए हम आ बहुत रास एहने लोकसभ ओतए प्रतीक्षा करैत
रही। ओहीक्रममे हमरा श्री ओमप्रकाश सपराजीसँ भेंट भेल छल । ओ हमरा पुछैत छथि-
“आपको कहाँ
जाना है?”
“लोधी कालोनी।”
“हम आपको घरपर
छोड़ देंगे । हम भी उधर से ही जाएंगे ।”
ओहि समयमे पहिलेबेर हुनकासँ
भेंट भेल छल । ओ हमरा लेल एकदम अपरिचित व्यक्ति छलाह । तखनो एतेक ध्यान रखलथि । ओ
हमरा घर धरि अएलाह आ किछुकाल हमरासभक संगे बैसबो केलाह । चाह-पान पीलाह । तकरबादे
अपन घर वापस भेलाह । हमरा लागल जे ई व्यक्ति अद्भुत छथि । किछु दिनक बाद हमरा
लोकनिक वकालतमे निवंधन बार कौमसिल आफ दिल्लीमे भए गेल । हम कैटमे प्रैक्टिस शुरु
केलहुँ । सपराजी सेहो ओतहि प्रैक्टिस करथि । हुनकर मिलनसार स्वभाव आ उदारताक कारण
हमरा लोकनिक घनिष्टता बढ़िते गेल । प्रायः नित्य हुनकासँ कैटमे भेंट होइत छल ।
हमसभ संगे रहैत छलहुँ । संगे कोर्टमे वकीलसभक बहस सुनैत छलहुँ आ संगे ओहिठामसँ
चारिबजे साँझक आसपास कैटसँ निकलि जाइत छलहुँ । ओ नित्य हमरा मेट्रो टीसन धरि
छोड़ैत छलाह।
सपराजी असाधारण व्यक्तित्वक
लोक छथि । दिल्ली आ आसपास हुनकर परिचयक अंत नहि अछि । हम कैकबेर विश्व पुस्तक
मेलामे हुनका संगे गेल छी । एकडेग आगु बढ़ी कि केओ हुनकर परिचित भेट जानि । आगु बढ़ब
मोसकिल रहैत छल । साहित्यकार,प्रकाशक आ सामाजिक कार्यकर्तामे हुनकर जबरदस्त
पैठ अछि । ओ अपनहु बहुत नीक लेखक छथि आ
सामाजिक,राष्ट्रीय विषयपर अनेको निवंध लेखने छथि आ लिखैत
रहैत छथि । कतेको पुस्तकक ओ संपादन केने छथि । प्रतिमास मित्र संगम पत्रिका
निकालैत छथि सेहो उनचास वर्षसँ ।
सपराजीक पिता भारतक विभाजनक
समयमे मुल्तनासँ मोसकिलसँ जान बँचा कए दिल्ली आएल रहथि । शुरुमे ओ सभ सोनीपतमे
रहलाह । कालांतरमे दिल्लीक मुखर्जीनगरमे बसि गेलाह आ आब सपरिवार ओतहि रहैत छथि।
हमर प्रथम पुस्तक भोरसँ साँझ
धरिक विमोचन श्री ओम प्रकाश सपराजीक नेतृत्वमे हुनकर सभक संस्था “मित्र संगम
पत्रिका” द्वारा नबंबर २०१७मे प्रवासी भवनमे आयोजित कएल गेल
छल । किछुए दिन पूर्व हम माएक बरखीक हेतु गाम गेल रही । हमरा अनुपस्तिथिएमे सपराजी पुस्तक विमोचनक सभटा
तैयारी केलनि । कार्यक्रम बहुत नीकसँ संपन्न भेल । कार्यक्रम सफलताक संपूर्ण श्रेय
हुनके छलनि ।
सन् १९१४क जून महिनामे दिल्ली
उच्च न्यायालयसँ स्पेशल मेट्रोपोलिटन मजिष्ट्रेटक नियुक्तिक रिक्तिक विज्ञापन बाहर
भेल रहैक । सपराजीसँ ओकर बारेमे पता चलल । हमहु ओहि पद हेतु आवेदन दए देने रहिऐक ।
सितंबर २०१५मे हमरा दुनूगोटेकेँ ओहि पदपर नियुक्ति भेल । तकरबाद हमसभ संगे
प्रशिक्षण केलहुँ । प्रशिक्षणक बाद हमरा लोकनिकेँ विभिन्न स्थानपर पोस्टींग कए देल
गेल । तथापि हुनकासँ संपर्क पूर्वबते बनल रहल । ६५ वर्षक आयु भेलापर स्पेशल
मेट्रोपोलिटन मजिष्ट्रेटक पदसँ हमरा लोकनिकेँ मुक्त कए देल गेल । तकर बादो हमरा
लोकनिक फोनसँ संपर्क होइत रहैत अछि । कहिओ-काल भेट-घांट सेहो भए जाइत अछि । निश्चित रूपसँ सपराजी
सन लोक आइ-काल्हिक दुनिआमे बहुत कम होइत अछि । आशा करैत छी जे आगामी समयमे सेहो
हुनकासँ निरंतर संपर्क बनल रहत आ हमरा लोकनि हुनकर विभिन्न क्षेत्रमे ज्ञानक फएदा
उठबैत रहब।
अति सुंदर विवरण आपने काफी विस्तार से दिया है।
जवाब देंहटाएंआप धन्य हैं। आपका धन्यवाद और साधुवाद।।।