मैथिलीमे हमर प्रकाशित पोथी

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मंगलवार, 15 मई 2018

अर्थतंत्र


अर्थतंत्र

दूपहर रातिसँ,

ककरो आवाहन कए,

उद्विग्न भावे हम,स्वागतमे ठाढ़ छलहुँ ।

की हमर आवाहन मंत्रक कोनो पाँति,

गड़बढ भए गेल छल ?

जे आहूत आगन्तुक,

हमर देखितहिँ,

पाछुए हटैत गेल ।

आर वो कहैत गेल,

जे एहि आवाहनकेँ,

आविष्ट करबाक हेतु,

अर्थक प्रयोजन अछि,

कारण सभ मंत्र -तंत्र,

एहीसँ जोड़ल अछि ।

(सन्१९८१)

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