मैथिलीमे हमर प्रकाशित पोथी

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मंगलवार, 23 जनवरी 2024

स्वर्गीय सुधांशु शेखर चौधरीक लिखित हिन्दी उपन्यास,कला की आड़मे: पाठकीय प्रतिक्रिया


स्वर्गीय सुधांशु शेखर चौधरीक लिखित हिन्दी उपन्यास,कला की आड़मे: पाठकीय प्रतिक्रिया

आदरणीय श्री शरदिन्दु चौधरीजीसँ किछु दिन पूर्व किछु पोथीसभ भेटल छल। ओहिमे स्वर्गीय सुधांशु शेखर चौधरीक लिखित हिन्दी उपन्यास,कला की आड़मे,सेहो प्राप्त भेल । उपरोक्त किताब स्वर्गीय शेखरजीक हस्तलिपिएमे छापल गेल अछि। हुनकर हस्तलिपि बहुत साफ आ स्पष्ट अछि आ पढ़बामे कतहु दिक्कति नहि होइत अछि। कला की आड़मे ,उपन्यास, शेखरजी २६ सालक बएसमे लिखने रहथि । एतेक कम बएसमे लिखल गेल हुनकर ई उपन्यास स्वयंमे परिपूर्ण अछि।लेखकक युवा मोनक आकर्षण बहुत स्वाभाविक रूपसँ एहि उपन्यासमे परिलक्षित होइत अछि। एहि उपन्यासमे कतहु कोनो विरोधाभास,पुनरावृत्ति आ ऊब नहि भेटैत अछि। किताब बहुत मनलग्गू आ अर्थपूर्ण अछि। मुदा उपन्यासक नायक द्वारा नायिकापर  थुकि देब नीक नहि लगैत छैक। असलमे उपन्यासक नायक विवाहित छलाह आ नायिकाक प्रेमप्रपंचसँ बाँचए चाहैत छलाह । निश्चित रूपसँ उपन्यासमे वर्णित उपरोक्त घटना लेखकक  उच्च संस्कारक परिचायक रहल होएत,मुदा नायिकाक प्रेम निवेदन अस्वीकार करबाक आर नीक तरीका भए सकैत छल जाहिसँ साहित्यिक गरिमा बनल रहैत । एहि अपवादकेँ छोड़ि एहि उपन्यासक जतेक प्रशंसा कएल जाए से कम ।

बादमे तँ स्वर्गीय सुधांशु शेखर चौधरीजी एक सँ एक उच्चस्तरीय पुसतकसभ लिखलनि। हिनकर मैथिली उपन्यास ई बतहा संसार अद्भुत साहित्यिक कृति अछि । ओही पुस्तकपर हुनका साहित्य अकादमीक पुरस्कार भेटल रहनि।

एहि उपन्यासक भूमिकामे शेखरजी लिखैत छथि जे स्वर्गीय सुधांशु शेखर चौधरीजीक हिन्दीमे लिखल सोलहटा पुस्तक हुनकर घरमे छलनि आ १९७४ ई० धरि ओ हुनकर भातिज श्री पुणेंदु चौधरीजी लग छलनि। मुदा बादमे ओ कहि देलखिन जे हुनका लग कोनो किताब नहि छनि।   संभवतः कला की आड़मे छोड़ि कए आब हुनकर हिन्दीक कोनो किताब उपलव्ध नहि अछि। आश्चर्य आ दुखक बात अछि जे एतेक प्रसिद्ध साहित्यकारक लिखित किताबसभक एहन दुर्गति भेल । मैथिलीमे हुनकर तेरहटा पुस्तक प्रकाशित अछि। आशा करैत छी जे ओ पुस्तकसभ बाँचल होएत।

कला की आड़मे पुस्तककेँ ओकर मौलिक रूपमे प्रकाशित करबाक हेतु शेखर प्रकाशन आ हुनकर समस्त सहयोगीलोकनि केँ हार्दिक धन्यवाद आ शुभकामना! पुस्तक पठनीय अछि।  एकर अबस्स स्वागत हेबाक चाही।

रबीन्द्र नारायण मिश्र

mishrarn@gmail.com

 




 

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