मैथिलीमे हमर प्रकाशित पोथी

मैथिलीमे हमर प्रकाशित पोथी

रविवार, 10 दिसंबर 2023

आदरणीय डाक्टर बद्री नाथ झाजी क प्रसंगमे

 

आदरणीय डाक्टर बद्री नाथ झाजी क प्रसंगमे -


ओहिदिन हम  कतहु जाइत रही कि रस्तेमे डाक्टर बद्रीकान्त झाजीक फोन आएल । ओ अपन नवीन मैथिली कविता संग्रह,मानव धर्म हृदय अपनाउ,क गांधी शांति प्रतिष्ठान,दिल्लीमे आयोजनमे पुस्तकक समीक्षकक रुपमे भाग लेबाक हेतु आमंत्रित कए रहल छलाह। किछु अनिवार्य कारणसँ पुस्तकक विमोचन कार्यक्रमक तिथिमे परिवर्तन करए पड़लनि। अंततोगत्वा, ई कार्यक्रम १७ सितम्बर २०२३क    कए आयोजित भेल। एहिसँ पूर्व डा.बद्रीकान्त झाजी स्वयं ग्रेटर नोएडा स्थित हमर घरपर आबि कए ओ पुस्तक संगहि अपन लिखल दूटा आर पुस्तक (आओ कान्हा लो अवतार-हिन्दीम आ Gentility and Humanity अंग्रेजीमे सेहो देलनि। सभसँ हम एहि बातसँ चकित छलहुँ जे एकासीक बएसोमे बद्रीबाबू युवकसन ऊर्जावान लगैत रहैत छथि आ छथिहो। हिनका देखि कए केओ हिनकर बएस पचपन वर्षसँ बेसी नहि अनुमान कए सकत। सभसँ नीक बात अछि जे ओ अपन ऊर्जाक सदुपयोग निरंतर साहित्य सृजन आ समाजसेवामे करैत रहैत छथि।

डा.बद्रीकान्त झाजी नौकरीमे रहितहि कोलकाताक प्रतिष्ठित कालेजसँ होमियोपैथीमे डाक्टरी पास केने छथि आ ओ एहि क्षेत्रमे बहुत यशस्वी छथि। कैकटा रोगीसभकेँ जटिल रोगसभसँ मुक्ति दिऔने छथि। अखनहु ओ ई काज कइए रहल छथि।

साहित्यक क्षेत्रमे हिनकर उपलव्धि सेहो बहुत अनुपम अछि,प्रशंसनीय अछि। ओ दिन-राति सृजनमे लागल रहैत छथि। जतए कतहु साहित्यिक कार्यक्रम आयोजित होइत अछि ताहिमे भाग लैत छथि आ अपन ओजस्वी कवितापाठसँ समस्त श्रोतालोकनिकेँ मंत्रमुग्ध कए सकैत छथि।

ओहिदिन पुस्तक विमोचन कार्यक्रममे सेहो ओ नवीन कविताक सस्वर पाठ केलनि। ई कहब तँ बिसराए गेल जे ओ गबितो बहुत नीक छथि। जखन हमरा ओहिठाम आएल रहथि तँ हमर आग्रहपर अपन कैकटा गीत गाबि कए सुनओलथि। पुस्तक विमोचन कार्यक्रममे सेहो ओ अपन कैकटा कविताकेँ सस्वर पाठ केलनि,गीतो गओलनि। बहुत मधुरस्वर छनि हिनकर। तुरंत मोनकेँ मोहि लैत अछि। हिनक मधुरस्वरेक प्रभाव छल जे ओहिरातिमे कार्यक्रमक दौरान श्रोतालोकनि सटि गेलाह,केओ उठि नहि सकलाह कार्यक्रम समाप्तिक बादे मधुर खेबाक हेतु उठलाह। कहाबक जरुरी नहि अछि जे कार्यक्रम बहुत नीक भेल छल। कार्यक्रमक मुख्य अतिथि आदरणीय श्री कामेश्वर चौधरीजी (सेवानिवृत्त आइईएस)क प्रभावी भाषणसँ हमरालोकनि तँ उपकृत भेबे केलहुँ,हुनका माध्यमसँ डा.बद्रीकान्त झाजीक व्यक्तित्वक अनेक विशेषताक जनतब सेहो सेहो भेटि सकल।

मानव धर्म हृदय अपनाउ पोथीमे विभिन्न समसामयिक विषयसभपर लिखल गेल बासठिटा कविता संकलित कएल गेल अछि। जीवनक साइते कोनो संदर्भ होएत जे एहि कविता संग्रहमे छुटि गेल होएत। बहुत रमनगर,गुणकारी आ अर्थपूर्ण कवितासभक पाठ कए केओ आनन्दित भए सकैत छथि । एहीक्रममे एहि पुस्तकसँ किछु पाँतिसभ उदधृत  कए रहल छी-

सम्मानित भाषा अहाँ

हीन भाव हृदय नहि लाउ

सज्जनता भाव सबसँ अपनाउ

अभिमान भावकेँ दूर करू

आपसमे सबसँ प्रेम करू

सदचारणपर ध्यान धरू

श्रेष्ठलोकनिक सम्मान करू ।

***

बहुत भऽ गेलौ तोहर तमासा

आब बर्दास्त नहि करबउ

सम्हरि कऽ रहिहैँ पाकिस्तानी

घर घुसि कए आक्रमण करबउ

हर हमलाक बदला लेबौ

तोहर छातीपर चढ़ जेबौ

तोप मिसाइलसँ हमला किएक

तोरा तबाह कऽ देबौ ।

(पाकिस्तानकेँ ललकार पृष्ठ ५१-५२)

 

लल्लू पंजू नेता बनि गेल

देशक हालत बहुत बिगड़ि गेल

देशक बासी करथि पुकार

अबिऔ कान्हा लिऔ अवतार

(देशबासीक पुकार पृष्ठ ५३-५४)

आदरणीय डाक्टर बद्री नाथ झाजी एकासीक बएसमे एतेक सक्रिय छथि आ निरंतर सृजनमे लागल छथि ,ततबे नहि होमिओपैथीक सफल डाक्टरो छथि। एतेक गुणी व्यक्तिकेँ शत शत नमन । आशा अछि जे हिनकर पोथीसभक स्वागत हेतनि आ ओ एहिना सृजनशील बनल रहताह। हार्दिक शुभकामनाक संग,

 

रबीन्द्र नारायण मिश्र

mishrarn@gmail.com

m-9968502767






कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें