जन्मभूमि
कहबी चेक जे केओ अपन जन्म आ मृत्यु नहि चुनि सकैत अछि ।
ई सभ पूर्वनिर्धारित होइत अछि । के कतए ,कखन आ कोन परिवेशमे जन्म लेत ताहिमे ओकर
कोनो योगदान नहि रहैत छैक । ओ अपन प्रारव्धक अनुसार एहि दुनिआमे अबैत अछि आ ओहिना
चलि जाइत अछि । हम चौठचंद्रक दिन सन् १३६० सालमे अड़ेर गाममे एकटा सुखित परिवारमे
जनमल रही । ओहि समयमे लोक चंद्रमाकेँअर्घ देबाक तैयारी करैत रहए । ताहिसँ किछुए
काल पूर्व हमर जन्म भेल रहए । हम अपन माता-पिताक छठम संतान रही । ओहिसँ पूर्व
हुनकासभकेँ पाँचटा बेटीए रहनि । तेँ परिवारमे बहुत आतुरतासँ बेटाक प्रतीक्षा कएल
जा रहल छल । हमर दाइ तँ पोताक बाट तकैत-तकैत चारिम पोतीक जन्मक बाद मामूली
बिमारीसँ अकाल कालक गालमे विलीन भए गेल रहथि । सोचल जा सकैत अछि जे हमर जन्मक समय
सभगोटे कतेक प्रसन्न रहल होएताह । ओहि समयमे परिवारक आर्थिक हालत बहुत नीक रहैक ।
बाबा खेती-बारी करैत छलाह । ओहिसँ
पर्याप्त उपार्जन होनि । हमर मातृक (सिंघिआ ड्योढ़ी) सेहो
बहुत संपन्न छल । हमर माए(स्वर्गीय दयाकाशी देवी) सेहो बहुत
संपन्न परिवारक रहथि । अपन माता-पिताक एकमात्र संतान रहथि । हमर नाना(स्वर्गीय
राम प्रसाद झा)क मृत्यु माएक जन्मसँ किछु मास पूर्वहि भए गेल रहनि । मुदा ओहि समयक
कानूनक हिसाबे हुनका अपन पैतृक संपत्तिमे उचित हिस्सा नहि देल गेलनि । कारण अंग्रजेकक
बनाओल कानूनक अनुसार जँ परिवारमे बेटा नहि भेल तँ बेटीकेँ ओहि संपत्तिक
उत्तराधिकारी नहि मानल जाइ । ओ संपत्ति दोसर फरिकेनकेँ भए जाइ आ मसोमातकेँ खोरिस
मात्र देल जानि । हमरो नानीकेँ कमोबेस सएह हाल रहनि । हमर बाबू बादमे मोकदमा केलाह
तँ आपसी समझौताक बाद किछु जमीन हमर नानीकेँ देल गेलनि । एहि तरहेँ गामक आ मात्रिक,दुनूठामक संपत्ति मिला कए बाबूकेँ पर्याप्त संपत्ति रहनि जे ओ बँचा नहि
सकलाह आ बादमे पहुत परेसानीमे पड़ि गेलाह ।
हमर जन्मक बाद
हमर तीन भाइक जन्म भेलनि । एहि तरहें हमसभ नओ भाइ-बहिन रही । वाल्यावस्थामे हमरसभक
समय बहुत नीक कटल । खूब खेलाइ, खूब पढ़ी । परिवारमे नेनासभकेँ बहुत देख-रेख होइत छल
। बादमे बाबा बूढ़ होइत गेलाह । खेतसभ बटाइ लागि गेल ।ओहिसँ उपार्जन कम होइत गेल ।
बहिनसभक बिआह -द्विरागमन तँ दस-बारह साल धरि लगातार होइते रहल । खेतसभ साले-साल
बिकाइत चलि गेल । तकर बाद तँ तेहन हालति भेल जकर कल्पनो हमरा परिवारमे केओ नहि
केने रहल होएत । मुदा से भेल ।हम बी एस.सी केलाक बाद पढ़ाइ छोड़ि कए सरकारी
नौकरीमे चलि गेलहुँ । हमर छोट भाइसभ सेहो परिवारक परिस्थितिसँ परेसानीमे पड़ि
गेलाह । सभ जेना-तेना सालोंक संघर्ष केलाक बाद ओहिसभसँ उबरि सकलाह आ आब सभ ठीक-ठाक
चलि रहल छथि । लगैत अछि जेना एकटा दुस्वप्न देखलाक बाद सभक निन्न टुटि गेल होनि आ
सभ राहत महसूस कए रहल छथि । साइत ई सोचि कए जे जे भेल तकर बिसरि कए आगु बढ़ल जाए । ताहीमे सभक कल्याण थिक ।
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