हारेगा कोरोना, जीतेगा भारत !
विश्व कर रहा त्राहिमाम्!
दिन-प्रतिदिन सैकड़ों निर्दोष,
हो रहे अकाल काल- कलवित,
व्यर्थ हो चुके हैं वैज्ञानिक अविष्कार ।
आशा भरी दृष्टि से ,
सभी देख रहे भारत को ।
ऐसे में भारत ही करेगा चमत्कार,
संयम और निष्ठा की पुँजी से
बचा लेगा स्वयं को और विश्व को भी ।
हम फिर बनेंगे ध्वजवाहक,
इस भूधरा पर,
सुख, समृद्धि एवम् शांति के।
विश्व पर मड़राते संकट के बादल,
छट के रहेंगे,
चाहे जितना हो विनाशकारी,
कोरोना का प्रकोप,
हटकर रहेंगे ।
छटेगा अंधेरा और शीघ्र
फैलेगा जीवन में प्रकाश ।
हो चाहे जितना भी वलिष्ट
हारेगा कोरोना, जीतेगा भारत!
रबीन्द्र नारायण
मिश्र
१४.४.२०२०
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