भारतवर्ष महान है !
गाँव-गाँव और शहर-शहर में,
गुंजित होता गान है ।
आओ हमसब मिलकर गाएं,
भारतवर्ष महान है ।
आसेतु-हिमाचल तक विस्तृत
तेजस्वी वीरों से रक्षित,
राम कृष्ण की पावन धरती,
उत्कर्ष ज्ञान-विज्ञान है ।
भारत माता तेरी जय हो,
जय हो तेरे संतान की,
विश्व विजेता बने सभी
रक्षक तेरे सम्मान की ।
जीते जी और मरकर भी,
जयगान तुम्हारा गाएंगे ।
सर्वस्व समर्पित कर तुझको
नूतन इतिहास बनाएंगे।
त्याग,तपस्या करुणा का
संदेश हमेशा देते है ।
वंधुत्व,प्रेम के संवाहक
हम विश्वमित्र कहलाते हैं ।
औरों के सुख के खातिर,
सर्वस्व त्याग कर देते है ।
अपना सब कुछ दे कर भी,
कल्याण जगत का करते हैं ।
क्रोटि-क्रोटि जन के प्रतिपालक
त्याग तपस्या के अनुपालक
अखिल शृष्टि मंगलमय हो
मन में यह अरमान है ।
विविध धर्म भाषा अनेक
तद्यपि हम सबके हृदय एक
द्वेष रहित उन्नत विचार
मन में सब का सम्मान है ।
भारतवर्ष महान है ।
रबीन्द्र नारायण
मिश्र
Email: mishrarn@gmail.com
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