मनक
शक्ति
वैज्ञानिकसभ कहैत छथि जे मनुक्ख अपन दिमागक बहुत लघुअंशक उपयोग कए पबैत अछि । ओकर अधिकांश
मानसिक शक्ति व्यर्थ चलि जाइत छैक । हमर पूर्वज योग आ ध्यानद्वारा अद्भुत मानसिक
शक्ति प्राप्त केने छलाह । महाभारतक समयमे संजयकेँ दिव्यदृष्टि प्राप्त रहैक
जाहिसँ ओ धृतराष्ट्र लग बैसले-बैसल कुरुक्षेत्रक दृष्यक वर्णन करैत रहल । भए सकैत अछि
जे ओ किछु आइ-काल्हिक टेलीवीजनेक प्रारूप रहल हो किंवा ओकर आँखिएमे किछु एहन विशेष
शक्ति भए गेल जे ओकरा लेल अदृष्य वस्तु सेहो दृष्य भए गेल । मंत्र द्वारा मोनक
शक्तिकेँ कतेको गुना बढ़ा- घटा
देबाक सामर्थ्यक चर्च हमसभ अपनसभक शास्त्र-पुराणमे सुनैत रहलहुँ अछि । आखिर मंत्र
छैक की?
सुनियोजित शव्दक शृंखला मात्र जकर अर्थ ओ ध्वनिसँ मनुक्खक मष्तिष्क
प्रभावित भए जाइत अछि । ओना सामान्य जीवनमे हमसभ ई बात देखैत छी जे जँ अनट बात
बजलहुँ वा बजा गेल तँ तुरंते सामनेक व्यक्ति तमसा जाएत आ भए सकैछ जे जानोपर बनि
जाए । कहक माने जे शव्देक प्रभावसँ एहन प्रतिकृया भए गेल । मंत्र सएह काज करैत अछि,एहिमे कोनो सक नहि हेबाक छाही । अस्तु,मनक
एकटा अपन अनंत संसार छैक जे हमरा अहाँकेँ कतए सँ कतए लए जेबाक सामर्थ्य रखैत अछि ।
देहक मजगूत होएब तखने कारगर भए सकैत अछि जखन ओकरा संगे मोनो
मजगूत होइक ,नहि तँ एकसँ एक पहलमान सिपाही पातर -छितर अधिकारीक आदेशपर नचैत रहैत अछि ।
ओतेकटा हाथीकेँ नान्हिटा महावत नचौने रहैत अछि । ई बात अलावा छैक जे जँ हाथीकेँ
माथा फेल भए जाइत अछि,तखन तँ ओ महावतकेँ चीड़ि-फारिकए राखि दैत अछि । ओहूमे ओकर
मोनेक स्थिति असरदार भए जाइत अछि । सच पुछैत छी तँ आदमी-आदमीमे फर्के ओकर मोनक
ऊपर निर्भर करैत अछि । एक आदमी डाक्टर भए जाइत अछि,किओ
कलक्टर बनि जाइत छथि तँ ककरो भाग्यमे भरि जिनगी चपरासिएक काज करब रहैत अछि । मुदा
एहिसभक पाछु मोनेक शक्तिक चमत्कार थिक ।
ई संसार हमर अपने सोचक प्रतिविम्ब अछि । हम जेहने सोचैत छी,सएह होबए लगैत अछि । जँ हम ककरोसँ नीकसँ गप्प करब तँ ओहो नीकसँ बाजत । जँ हम
अलट-विलट काज करब,अंट-संट बाजब तँ जाहिर अछि जे दोसरोक मोनमे तेहने भाव जागत,ओहो तमसाएत । परिणाम केहन होएत से सोचल जा सकैत अछि। आइ-काल्हि की भए रहल अछि? सभ अपन-अपन तानमे मस्तान अछि । ककरो कोनो मतलब नहि छैक जे ओकरा आस-पासक लोक के
अछि,केहन अछि । गामो-घरक जीवनक शहरीकरण भए गेल अछि । लोक चुपचाप अपन दरबाजापर बैसल
रहैत अछि । फगुआ हो वा दिआबाती,ककरोसँ किओ भरिमुँह गप्पो नहि
करैत अछि । तेहन परिस्थितिमे जँ कोनो विवाद होइत अछि तँ ओ भयानक रुखि लए लैत अछि ।
कारण संवादहीनताक कारण आपसी समझ नदारद रहैत अछि आ बात एकहि बेर काबूसँ बाहर भए
जाइत अछि ।
एहन उदाहरण कतेको भेटत जतए लोकसभ
कहए लगताह-"की कहैत छी? हमरा तँ साधने नहि अछि ने तँ हम केहन,केहनक कान काटि देतिऐक । आदि,आदि । मुदा ई सभ बहाना मात्र छैक । एक सँ एक कठिन
परिस्थितिमे लोक आगू बढ़बे नहि केलाह अपित समाजक सामने एकटा दृष्टान्त प्रस्तुत
केलाह।कहबी छैक जे रोम एकदिने नहि बनल । माउंट एवरेस्टपर चढ़बाक
हेतु कतेको बेर लोक खसल,कतेको अपन जानोसँ हाथ धोलथि ।
अंततोगत्वा विजय भेटल । विजय पताकासभ देखैत अछि मुदा ओकर पाछाक संघर्ष साइते किओ
बुझैत अछि । मुदा ई बात तँ मानिए कए चलू जे पैघ उपलव्धिक हेतु ओहने कठोर परिश्रमक प्रयोजन होइत अछि । सफलताक हेतु कोनो
लघुपथ नहि होइत अछि । कहक मानेजे कोनो पैघ
काज करबाक हेतु तेहने सघन प्रयासक प्रयोजन होइत अछि । खुरपी छलहुँ आ बोनि भए गेल ,ताहि तरहक प्रवृतिसँ जीवनमे उत्कर्षपर नहि पहुँचल जा सकैत अछि । ताहि हेतु चाही दृढ़निश्चयी ,पहाड़सन
निस्सन ओ अटल मोन जे रस्ताक संघर्ष ओ कष्ट देखि कए अगुताथि नहि,कर्तव्यपथपर अड़ल रहथि । की मजाल अछि जे एहन अडिग व्यक्तिकेँ सफलता नहि भेटत,भेटबे करत । एहने लोकसभ समाजमे
दृष्टान्त बनि जाइत छथि ।
मनक शक्ति अथाह अछि । कतेक तरहक बात कहिआ-कहिआसँ एहिमे संचित
रहैत अछि जकर उपयोग हमसभ सुविधानुसार करैत रहैत छी । क्रोध,प्रेम,घृणा,दया आद तरह-तरहक भावना मनुक्खक मोनमे सुसुप्त रहैत अछि आओर मौका पाबि कए
सक्रिय भए जाइत अछि । किओ व्यक्ति जन्मजात क्रोधी,प्रतिशोधी,मतलबी होइछ । तँ किओ स्वभावसँ उपकारी,दानी आ
उदार एकरा की कहबै? मनुक्खक मोनमे कतेको जन्मसँ संचित कर्म ओकर संस्कारक रुपमे
समय-समयपर स्वतः प्रकटभए ओकर स्वभावक रुप दैत अछि । कहक माने जे, जे किछु हम अहाँ कए रहल छी तकर फलाफल एहि जन्ममे तँ भेटिते
अछि,बादोमे, आनो जन्ममे हमरसभक पछोड़ करैत अछि । सही
मानेमे मोन अनंत अछि ।
मनुक्खक मोनमे परमात्माक बास अछि। ओ
जे सोचत से भए कए रहत,बसर्ते ओ आधा,अधूरा प्रयास कए रस्तासँ घुरि नहि जाथि। लक्षकेँ प्राप्त हेबा कालधरि अपन
प्रयासमे लागल रहथि । मार्गक कष्टसँ व्यथित भए प्रयासकेँ शिथिल नहि करथि । कोनो
सबाल नहि अछि जे ओ अपन निर्धारित लक्षयकेँ
नहि प्राप्त कए सकथि। मुदा ताहि हेतु चाही धैर्य,ताहि हेतु चाही अनथक प्रयास । जे किओ से केलाह अछि
सएह सही मानेमे सफल भेलाह अछि ।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें